Everything about Shiv chaisa
Everything about Shiv chaisa
Blog Article
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
अर्थ: हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
मंत्र महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - अयि गिरिनन्दिनि
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
प्रतिदिन शिव चालीसा का shiv chalisa in hindi पाठ करने से आपके जीवन की कठनाईया दूर होती हैं ।
दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ॥ शंकर हो संकट के नाशन ।
शिव चालीसा का पाठ करने से आपके कार्य पूरे होते है और मनोवांछित वर प्राप्त होता हैं।